08 सितंबर 2023 को गाँव धनाना ज़िला सोनीपत (हरियाणा) में संत रामपाल जी महाराज जी का जन्म हुआ था, इसी शुभ दिन की याद में संत रामपाल जी महाराज जी के सर्व अनुयायी महाराज जी का अवतरण दिवस मनाते हैं। 06, 07, & 08 सितंबर 2023 को संत रामपाल जी महाराज जी का 73rd Avataran Diwas 2023 मनाया गया।
संत रामपाल जी महाराज ने दुनियाभर में कई लोगों को सच्चाई और ज्ञान का प्रकाश दिखाया है। उन्होंने लोगों को बताया है कि परमात्मा एक है, और सभी धर्मों का मूल एक ही है। उन्होंने लोगों को नशे, मांसाहार, और दहेज जैसी बुराइयों से दूर रहने के लिए प्रेरित किया है।
Avataran Diwas 2023 : विशाल समागम का क्या था उद्देश्य?
संत रामपाल जी महाराज की प्रमुख शिक्षाएं
- परमात्मा एक है, और सभी धर्मों का मूल एक ही है।
- मनुष्य का उद्देश्य मोक्ष प्राप्त करना है।
- मोक्ष प्राप्त करने के लिए, मनुष्य को सत्य, धर्म, और अहिंसा के मार्ग पर चलना चाहिए।
- नशे, मांसाहार, और दहेज जैसी बुराइयों से दूर रहना चाहिए।
संत रामपाल जी महाराज के आदेश से हर तीन महीने में ये विशाल समागम आयोजित किए जाते हैं, जिसमें करोड़ों रुपये प्रतिदिन खर्च होते हैं। सभी सतलोक आश्रमों में लाखों की संख्या में श्रध्दालु आते हैं, इस विशाल समागम में 3 दिन का अखंड भंडारे का आयोजन किया जाता है जो कि शुद्ध देशी घीं से निर्मित होता है। साथ में रक्तदान शिविर, दहेज मुक्त विवाह, नेत्र जाँच शिविर, दांत चिकित्सा शिविर, देहदान शिविर, आध्यात्मिक प्रदर्सनी और सत्संग समारोह का भी आयोजन किया जाता है।
Avatarn Diwas in USA
विश्व प्रसिद्ध संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य केवल भारत में ही नहीं बल्कि विश्व में कई जगह मनाया जा रहा है, USA अमेरिका (United States : Country in North America) में भी संत रामपाल जी महाराज का अवतरण दिवस मनाया गया
Avataran Diwas 2023 – News Articles
Sant Rampal Ji Avataran Diwas : संत रामपाल जी महाराज जी के अवतरण दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित विशाल भंडारा, रक्तदान शिविर, देहदान संकल्प, आदि अनोखे कार्यक्रम किए गये पढ़ें इन न्यूज़ पेपर में।
आकर्षण का केंद्र
Avataran Diwas 2023 : संत रामपाल जी महाराज (Sant Rampal Ji Maharaj) के सभी अनुयायी हर समागम में कुछ ना कुछ नया करते हैं, इस बार भी महाराज जी के अनुयायियों ने महाराज जी की विशाल फोटो बनाया जो सभी आगंतुकों के लिए एक आकर्षण का केन्द्र रही।
यह तस्वीर गाँव धनाना ज़िला सोनीपत में स्थित सतलोक आश्रम धनाना धाम (Satlok Ashram Dhanana Dham) की जिसमें संत रामपाल जी महाराज जी की तस्वीर के नीचे हरि आये हरियाणे नूँ लिखा है। धनाना धाम में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालुओं को यह तस्वीर बहुत आकर्षित कर रही थी। देखिए पूरा वीडियो
यह तस्वीर सोजत, जिला पाली, राजस्थान में स्थित सतलोक आश्रम सोजत (Satlok Ashram Sojat) की है यह तस्वीर मेन गेट से आगे बढ़ते ही नज़र आ जाती थी, साथ जो की लोगों को अपने और आकर्षित कर रही थी, संत रामपाल जी महाराज जी के सोजत आश्रम में दो तस्वीर लगाई गई जो कि एक संत रामपाल जी महाराज जी की थी और एक कबीर साहेब जी (Kabir Saheb Ji) की थी। देखें पूरी वीडियो
संत रामपाल जी महाराज की सेवाएं
- उन्होंने दुनियाभर में लाखों लोगों को सच्चाई और ज्ञान का प्रकाश दिखाया है।
- उन्होंने लोगों को नशे, मांसाहार, और दहेज जैसी बुराइयों से दूर रहने के लिए प्रेरित किया है।
- उन्होंने समाज में शांति, प्रेम, और भाईचारा फैलाने के लिए काम किया है।
रक्तदान शिविर का आयोजन
रक्तदान महादान : संत रामपाल जी महाराज के अवतरण दिवस पर, सतलोक आश्रमों में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है। यह एक सराहनीय पहल है, जो लोगों को जरूरतमंदों की मदद करने के लिए प्रेरित करती है। रक्तदान एक अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य है, जो किसी व्यक्ति की जान बचा सकता है। संत रामपाल जी महाराज हमेशा लोगों को दूसरों की मदद करने के लिए प्रेरित करते हैं। रक्तदान शिविर का आयोजन भी इसी उद्देश्य से किया जाता है।
इस विशेष समागम में संत रामपाल जी महाराज जी के 10 सतलोक आश्रमों में विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन गया, समागम में आये हज़ारों श्रद्धालुओं ने इस शिविर में भाग लिया व रक्तदान किया।
नेत्र जाँच और दांत चिकित्सा शिविर
सतलोक आश्रम धनाना धाम में संत रामपाल जी महाराज जी के अवतरण दिवस के उपलक्ष्य में, समागम में प्रत्येक श्रध्द्दलुओं के लिये नेत्र(आँख) और दांत जाँच के लिए डाक्टर्स की टीम को बुलाया गया, इकछुक लोगों ने इस शिविर में आकर भाग लिया।
दहेज मुक्त विवाह
संत रामपाल जी महाराज जी के द्वारा चलाई गई मुहीम पूरे विश्व में तेज़ी से फैल रही है इसी के चलते महाराज जी के अवतरण दिवस के उपलक्ष्य में 09 सतलोक आश्रमों में दहेज रहित विवाह (Ramaini) का आयोजन किया गया।
विशाल भंडारे का आयोजन
संत रामपाल जी महाराज जी के आदेश और उनके द्वारा दी जा रही शिक्षा के आधार पर हमेशा से ही भूखे को भोजन करवाना उद्देश्य रहा है, कोरोना के समय, बाढ़ पीड़ितों, अपने हक़ की लड़ाई के लिए धरना प्रदर्शन करने वालो की मदद की जाती रही है, उनको भोजन के साथ साथ डेली ज़रूरत की सामग्री ओर रासन दिया जाता रहा है। संत रामपाल जी महाराज जी का कहना है भूखों को भोजन करवाने से बहुत लाभ होता है परमात्मा प्रसन्न होता है, इस अद्भुत शिक्षा के कारण संत जी के शिष्य हमेशा ही ऐसे धार्मिक कार्य में लगे रहते हैं।
इसी प्रकार संत रामपाल जी द्वारा निर्मित 10 सतलोक आश्रमों में ये विशाल भंडारे का आयोजन किया गया तथा आसपास व दूर दूर के लोगों को इस विशाल भंडारे में आने का निमंत्रण भी दिया गया।
अवतरण दिवस पर देहदान का संकल्प
देहदान के माध्यम से, एक व्यक्ति अपने अंग और ऊतक उन लोगों को दान कर सकता है, जो किसी दुर्घटना या बीमारी के कारण अंग या ऊतक दान करने में सक्षम नहीं हैं। देहदान से उन लोगों को नया जीवन मिल सकता है, जो अंग प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा में हैं।
संत रामपाल जी ने अपने अनुयायियों से कहा है कि वे अपने शरीर को मरने के बाद मेडिकल कॉलेज को दान करें, ताकि छात्रों को चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिल सके। संत रामपाल जी ने कहा है कि देहदान से चिकित्सा का ज्ञान बढ़ेगा, जिससे भविष्य में लोगों को बेहतर इलाज मिल सकेगा।
संत रामपाल जी के अनुयायी उनके आदर्शों का अनुसरण करते हुए, देहदान के लिए आगे आ रहे हैं। वे अपने शरीर को मेडिकल कॉलेजों और अनुसंधान संस्थानों को दान कर रहे हैं। यह संत रामपाल जी के प्रति उनके समर्पण और उनकी मानवता के प्रति उनकी संवेदनशीलता को दर्शाता है।
Avatarn Diwas आयोजन स्थल
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के अवतरण दिवस पर सतलोक आश्रम धनाना धाम सोनीपत (हरियाणा), सतलोक आश्रम भिवानी (हरियाणा), सतलोक आश्रम कुरुक्षेत्र (हरियाणा), सतलोक आश्रम शामली (उत्तरप्रदेश), सतलोक आश्रम खमाणों (पंजाब), सतलोक आश्रम धुरी, (पंजाब) सतलोक आश्रम बैतूल (मध्य प्रदेश), सतलोक आश्रम सोजत (राजस्थान), सतलोक आश्रम धनुषा (नेपाल) कुल 9 आश्रमों में 6 से 8 सितंबर 2023 को अखंड पाठ प्रकाश, विशाल भंडारे, दहेज मुक्त विवाह, रक्तदान शिविर, विशाल सत्संग समारोह और आध्यात्मिक प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें आप सभी भाइयों बहनों से करबद्ध निवेदन है कि आप संत रामपाल जी महाराज के अवतरण दिवस पर अपने परिवार, रिश्तेदारों, सगे संबंधियों के साथ आश्रमों में अवश्य पधारें और आदि सनातन धर्म व मानव धर्म के पुनरुत्थान के साक्षी बनें।
संत रामपाल जी महाराज का उद्देश्य है कि विश्व के सभी प्राणी वास्तविक परमेश्वर कबीर जी की सतभक्ति करे, समाज में कोई भी प्राणी दुखी न हो, हर समस्या का समाधान हो। धरती स्वर्ग समान बन जाए।
उन्होंने कहा है कि परमात्मा एक है, और सभी धर्मों का मूल एक ही है। मनुष्य का उद्देश्य मोक्ष प्राप्त करना है। मोक्ष प्राप्त करने के लिए, मनुष्य को सत्य, धर्म, और अहिंसा के मार्ग पर चलना चाहिए। नशे, मांसाहार, और दहेज जैसी बुराइयों से दूर रहना चाहिए।
उन्होंने दुनियाभर में लाखों लोगों को सच्चाई और ज्ञान का प्रकाश दिखाया है। उन्होंने लोगों को नशे, मांसाहार, और दहेज जैसी बुराइयों से दूर रहने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने समाज में शांति, प्रेम, और भाईचारा फैलाने के लिए काम किया है।
संत रामपाल जी के 09 सतलोक आश्रम
Avataran Diwas : सतलोक आश्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों को सच्ची भक्ति का ज्ञान देना और उन्हें मोक्ष प्राप्त करने में मदद करना है। सतलोक आश्रम के माध्यम से संत रामपाल जी महाराज लोगों को चारों वेदों के ज्ञान के आधार पर भक्ति का मार्ग बताते हैं। वे लोगों को बताते हैं कि मोक्ष प्राप्त करने के लिए केवल भक्ति ही एकमात्र मार्ग है।
सतलोक आश्रम के अनुयायी संत रामपाल जी महाराज को एक सच्चे संत और आध्यात्मिक गुरु मानते हैं। वे मानते हैं कि संत रामपाल जी महाराज ने उन्हें सच्ची भक्ति का ज्ञान दिया है और उन्हें मोक्ष प्राप्त करने की राह दिखाई है।
संत रामपाल जी महाराज ने 1988 में नाम दीक्षा प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने भक्ति का प्रचार-प्रसार करना शुरू किया। उन्होंने सतलोक आश्रम की स्थापना की और लोगों को भक्ति का ज्ञान देना शुरू किया।
संत रामपाल जी महाराज के अनुसार, मोक्ष प्राप्त करने के लिए केवल भक्ति ही एकमात्र मार्ग है। उन्होंने चारों वेदों के ज्ञान के आधार पर भक्ति का मार्ग बताया है। वे लोगों को बताते हैं कि मोक्ष प्राप्त करने के लिए हमें कबीर परमेश्वर की भक्ति करनी चाहिए।
संत रामपाल जी महाराज के विचारों ने लाखों लोगों को प्रभावित किया है। उनके अनुयायियों की संख्या भारत के अलावा दुनिया के कई देशों में है।
Sant Rampal Ji Maharaj
आप भी संत रामपाल जी महाराज जी के द्वारा दिये जा रहे शास्त्रनुकूल ज्ञान जी समझें, मानव जीवन बहुत अनमोल है ये बार बार नहीं मिलता
आत्म कल्याण कराने के लिए साधक विचार करता है कि यदि मैं सत्संग में नहीं आऊँगा तो गुरू जी के दर्शन नहीं कर पाऊँगा। सत्संग विचार न सुनने से मन फिर से विकार करने लगेगा। वह साधक सर्व कार्य छोड़कर सत्संग सुनने के लिए चल पड़ता है। वह विचार करता है कि हम प्रतिदिन सुनते हैं तथा देखते हैं कि छोटे-छोटे बच्चों को छोड़कर पिता संसार से चला जाता है, मर जाता है। बड़े-बड़े पूंजीपति दुर्घटना में मर जाते हैं। सर्व सम्पत्ति जो सारे जीवन में जोड़ी थी, उसे छोड़कर चले जाते हैं, दोबारा उस सम्पत्ति को सँभालने नहीं आते। मृत्यु से पहले एक दिन भी कार्य छोड़ने का दिल नहीं करता था, अब स्थाई कार्य छूट गया।
तत्त्वज्ञान होने के पश्चात् मानव को अनावश्यक वस्तुओं की इच्छा नहीं होती, तम्बाकू, शराब-माँस सेवन नहीं करता। नाच-गाना मूर्खों का काम लगता है। जैसा भोजन मिल जाए, उसी में संतुष्ट रहता है। संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम दीक्षा ग्रहण करें। अपने तथा अपने परिवार का कल्याण करवायें। संपर्क करें: 8222880541